देवरिया में 5 साल की मासूम तीन दिन से लापता थी, गन्ने के खेत में मिला शव। सिर पर चोट के निशान, परिजनों ने गैंगरेप की आशंका जताई।
देवरिया में मासूम की संदिग्ध मौत से सनसनी
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने पूरे इलाके को दहशत और गुस्से से भर दिया है। तरकुलवा थाना क्षेत्र के बरवा सेमरा गांव की 5 साल की बच्ची तीन दिन पहले अचानक खेलते-खेलते लापता हो गई थी। उसके लापता होने के बाद परिजनों ने पूरी रात खोजबीन की लेकिन मासूम का कहीं कोई पता नहीं चला। आखिरकार पुलिस को सूचना दी गई और तीन दिन बाद उसका शव गांव के पास स्थित गन्ने के खेत में मिला। शव मिलने के बाद से पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है।
घर के बाहर खेलते-खेलते गायब हुई मासूम
बरवा सेमरा गांव की रहने वाली यह बच्ची अपनी सहेलियों के साथ घर के बाहर खेल रही थी। खेल खत्म होने के बाद बाकी सभी बच्चे घर लौट आए लेकिन यह मासूम घर वापस नहीं पहुंची। जब काफी देर तक वह नहीं लौटी तो परिवारवालों ने चिंतित होकर तलाश शुरू की। रात भर गांव और आसपास के इलाकों में उसकी तलाश की गई लेकिन बच्ची का कुछ पता नहीं चला। अगले दिन परिजनों ने थाने पहुंचकर पुलिस को इस घटना की सूचना दी।
डॉग स्क्वॉड और ड्रोन से शुरू हुआ सर्च ऑपरेशन
परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। स्थानीय पुलिस टीम गांव पहुंची और गांव वालों के सहयोग से बच्ची की तलाश में जुट गई। इसके लिए डॉग स्क्वॉड और ड्रोन की भी मदद ली गई। लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया गया लेकिन बच्ची का कोई सुराग नहीं मिला। तीसरे दिन सुबह जब सर्च ऑपरेशन तेज किया गया तो गन्ने के खेत में बच्ची का शव बरामद किया गया। शव मिलने के बाद पूरे गांव में मातम पसर गया।
सिर पर चोट के गहरे निशान
पुलिस और परिजनों के मुताबिक बच्ची के शव पर चोट के निशान मिले हैं। विशेषकर सिर पर गहरे घाव थे, जिससे साफ होता है कि मासूम की हत्या की गई है। बच्ची के पिता ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि उनकी बेटी को बेरहमी से मारा गया है। उन्होंने आशंका जताई कि बेटी के साथ गैंगरेप भी हो सकता है और इसके बाद उसे मौत के घाट उतारकर खेत में फेंक दिया गया। पिता ने चार से पांच लोगों पर शक जताया है और पुलिस से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
इंसाफ की गुहार और सख्त कार्रवाई की मांग
इस दर्दनाक घटना ने पूरे गांव के साथ-साथ इलाके के लोगों को भी झकझोर दिया है। बीजेपी नेता जितेंद्र राव ने कहा कि बच्ची अपनी सहेलियों के साथ खेलते समय अचानक लापता हो गई थी और अब उसका शव बरामद होना बेहद चिंताजनक है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से अपील की कि दोषियों के खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके और इस तरह की घटनाओं पर रोक लगे।
पुलिस ने दर्ज किया मामला, जांच जारी
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने बच्ची की मां की तहरीर पर मामला दर्ज किया। थाना पुलिस के साथ-साथ क्राइम ब्रांच की टीम भी जांच में जुट गई है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ था या नहीं। फिलहाल मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कई संदिग्धों से पूछताछ कर रही है।
गांव में मातम और गुस्से का माहौल
बच्ची की मौत की खबर सुनकर गांव के लोग आक्रोशित हो उठे। गांव के लोग बड़ी संख्या में मौके पर जमा हो गए। हर किसी की आंखों में आंसू थे और लोग आपस में घटना को लेकर चर्चा कर रहे थे। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसी घटनाएं समाज को शर्मसार करती हैं और पुलिस को दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ना चाहिए।
मासूम की हत्या ने उठाए सुरक्षा पर सवाल
यह घटना न सिर्फ गांव बल्कि पूरे जिले के लिए सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा करती है। आखिरकार एक बच्ची घर से कुछ ही दूरी पर खेल रही थी और अचानक लापता हो गई। तीन दिन तक उसका कोई सुराग नहीं मिला और अंत में खेत में शव बरामद हुआ। इससे ग्रामीण इलाकों में बच्चियों की सुरक्षा पर गंभीर चिंता खड़ी हो गई है। परिजन और ग्रामीण प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि दोषियों को जल्द पकड़ा जाए और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। रिपोर्ट आने के बाद ही यह तय होगा कि बच्ची के साथ यौन शोषण हुआ था या नहीं। हालांकि बच्ची के शरीर पर चोट के निशान साफ दिख रहे हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और दावा किया है कि बहुत जल्द इस मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।
प्रशासन और पुलिस पर बढ़ा दबाव
जैसे-जैसे यह मामला सुर्खियों में आ रहा है, वैसे-वैसे पुलिस और प्रशासन पर दबाव भी बढ़ रहा है। विपक्षी दल और स्थानीय नेता लगातार प्रशासन पर सवाल उठा रहे हैं। लोगों का कहना है कि अगर अपराधियों पर लगाम नहीं लगी तो ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति हो सकती है। इस वजह से पुलिस अब हर एंगल से जांच कर रही है।
परिजनों की पीड़ा
मृतक बच्ची के पिता ने कहा कि उनकी लाड़ली अब इस दुनिया में नहीं रही और उनके परिवार की खुशियां उजड़ गईं। उन्होंने कहा कि जब तक दोषियों को फांसी नहीं दी जाती तब तक उनका परिवार चैन की सांस नहीं ले पाएगा। पूरे गांव ने भी एकजुट होकर परिजनों को इंसाफ दिलाने का संकल्प लिया है।


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