गांजे वाली आलू टिक्की! लखनऊ में ‘खास मसाले’ के नाम पर नशे की सप्लाई, पुलिस बनी ग्राहक, फिर हुआ बड़ा खुलासा


लखनऊ में आलू टिक्की में गांजा मिलाकर बेचने वाला पकड़ा गया, पुलिस ने ग्राहक बनकर किया गिरफ्तार, तीन और सप्लायर भी दबोचे


लखनऊ में स्ट्रीट फूड के बहाने नशे का धंधा, पुलिस की गुप्त कार्रवाई में खुलासा

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने शहर के स्ट्रीट फूड प्रेमियों को हैरान कर दिया है। मोहनलालगंज इलाके में एक आलू टिक्की और उबले अंडे बेचने वाले स्टॉल मालिक पर पुलिस ने नशे का कारोबार चलाने का आरोप लगाते हुए गिरफ्तार कर लिया। यह दुकानदार अपने ‘खास मसाले’ के नाम पर आलू टिक्की की चाट और चटनी में गांजा मिलाकर परोसता था। पुलिस को इस गोरखधंधे की भनक लगी तो टीम ने ग्राहक बनकर दुकान पर दबिश दी और मौके पर ही रंगे हाथों पकड़ लिया।

‘खास मसाला’ का सच, जो ग्राहकों को बनाता था नियमित

गिरफ्तार आरोपी की पहचान 42 वर्षीय प्रमोद के रूप में हुई है, जो मोहनलालगंज में सड़क किनारे खोखा लगाकर आलू टिक्की, अंडे और स्नैक्स बेचता था। पुलिस की जांच में सामने आया कि वह कभी आलू टिक्की की फिलिंग में, तो कभी हरी चटनी में गांजा मिलाकर ग्राहकों को परोसता था। धीरे-धीरे उसके नियमित ग्राहक इस नशे के आदी हो चुके थे। प्रमोद न केवल खाने में गांजा मिलाकर देता था बल्कि पैक पॉलिथीन में गांजा बेचने का काम भी करता था।

पुलिस की योजना और गिरफ्तारी का तरीका

पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर रणनीति बनाई। टीम ने ग्राहक बनकर प्रमोद की दुकान पर जाकर ‘खास वाला मसाला’ मांगने का नाटक किया। जैसे ही प्रमोद ने टिक्की में गांजा मिलाना शुरू किया, पुलिस ने तुरंत उसे गिरफ्तार कर लिया। मौके से नशे से युक्त आलू टिक्की और गांजे के पैकेट बरामद किए गए।

बैग में पैक गांजा बेचने वाला गिरोह भी गिरफ्तार

इसी दिन पुलिस ने लखनऊ के नाग्राम थाना क्षेत्र से तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनकी पहचान 26 वर्षीय मनीष यादव, 28 वर्षीय देव रावत और 43 वर्षीय जगदीप यादव के रूप में हुई। यह तिकड़ी स्कूल के बैग में गांजे के छोटे पैकेट रखकर रेलवे स्टेशन, बस अड्डे, टैक्सी स्टैंड और यहां तक कि स्कूल-कॉलेज के आसपास भी सप्लाई करती थी।

नशे के कारोबार का तरीका और कीमत

ये आरोपी पॉलिथीन पैकेट में 500 रुपये से 1200 रुपये तक के हिसाब से गांजा बेचते थे। पुलिस की तलाशी में उनके पास से कुल 4.7 किलो गांजा बरामद हुआ। इस तरह लखनऊ पुलिस ने दो अलग-अलग ऑपरेशन में कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया—एक जो आलू टिक्की में गांजा मिलाकर बेच रहा था और तीन जो बैग में पैक करके गांजे की सप्लाई कर रहे थे।

न्यायिक हिरासत और आगे की कार्रवाई

सभी आरोपियों को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है और आगे की जांच जारी है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि इनका नेटवर्क कहां-कहां फैला हुआ था और क्या इनके पीछे कोई बड़ा सप्लायर भी सक्रिय है।

जनता के लिए चेतावनी

यह मामला न केवल नशे के अवैध व्यापार की गंभीरता को दर्शाता है बल्कि इस बात की भी चेतावनी देता है कि सड़क किनारे मिलने वाले खाने में क्या मिलाया जा सकता है। पुलिस ने नागरिकों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना देने की अपील की है।

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