अलीगढ़ में मोबाइल रिचार्ज को लेकर पति से झगड़कर महिला ने नहर में कूदकर जान दे दी। दो मासूम बच्चे मां के लिए बिलख रहे हैं।
छोटी बात, बड़ा तूफान: अलीगढ़ की नहर में छलांग लगाकर गायब हुई दो बच्चों की मां
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से एक बेहद दर्दनाक और हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां सिर्फ मोबाइल रिचार्ज के मामूली विवाद पर एक महिला ने आत्मघाती कदम उठा लिया। महिला दो मासूम बच्चों की मां थी। पति से विवाद के बाद उसने गंग नहर में छलांग लगा दी, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया।
घटना जिले के जवां थाना क्षेत्र की है, जहां पोहिना फरीदपुर गांव निवासी सोनू की पत्नी वंदना ने गुरुवार सुबह नहर में कूदकर अपनी जान देने की कोशिश की। महिला अब तक लापता है और रेस्क्यू टीम उसकी तलाश में जुटी हुई है।
मोबाइल रिचार्ज न मिलने पर टूटा भरोसा, गंग नहर बन गई मौत का रास्ता
पुलिस के अनुसार बुधवार रात वंदना का मोबाइल रिचार्ज खत्म हो गया था। उसने पति से रिचार्ज कराने की बात की। पति सोनू, जो पेशे से मजदूर है, ने आर्थिक स्थिति का हवाला देकर मना कर दिया। इसी बात से नाराज होकर वंदना ने अगली सुबह गंग नहर की ओर रुख किया और वहां जाकर खुद को पानी में झोंक दिया।
स्थानीय लोगों ने महिला को छलांग लगाते हुए देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों की मदद से सर्च ऑपरेशन शुरू कराया, लेकिन देर शाम तक महिला का कोई सुराग नहीं मिल पाया।
"मुझे काम पर भी जाना है, बच्चों को देखेगा कौन?"- पति सोनू का टूटा दिल
घटना के बाद पति सोनू सदमे में है। उसने बताया कि उसकी पत्नी वंदना दो बच्चों की मां है। उनका पांच वर्षीय बेटा और तीन वर्षीय बेटी अपनी मां को खोजते हुए बार-बार दरवाजे की ओर देख रहे हैं। सोनू का कहना है, "मैं रोजाना दिहाड़ी पर जाता हूं, अब घर में बच्चों की देखभाल कौन करेगा? वे मां को याद करके फूट-फूटकर रो रहे हैं।"
गोताखोर 10 किमी तक कर चुके हैं तलाश, अब भी खाली हाथ
थाना प्रभारी हेमेंद्र मावी ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही फौरन सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। अब तक गंग नहर में 10 किलोमीटर तक गोताखोरों ने महिला की तलाश की, लेकिन सफलता नहीं मिली है। रेस्क्यू टीम अब और आगे तक अभियान चलाने की तैयारी कर रही है।
गांव में पसरा मातम, मां के बिना बच्चों की हालत नाजुक
गांव में वंदना की गुमशुदगी से मातम का माहौल है। लोगों का कहना है कि छोटी सी बात पर इतना बड़ा कदम उठाना बेहद चौंकाने वाला है। गांव वालों की मानें तो वंदना शांत स्वभाव की महिला थी, लेकिन घरेलू आर्थिक तंगी ने शायद उसकी सहनशीलता तोड़ दी।
रिश्तों में बढ़ती दूरी और मानसिक तनाव की मार
यह घटना सिर्फ एक खबर नहीं, बल्कि एक समाजिक चेतावनी है कि किस तरह छोटी-छोटी बातों में गहराई तक बैठे तनाव और संवाद की कमी से जानलेवा स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि घरेलू कलह और आर्थिक दबाव से जूझ रही महिलाएं कई बार अपने दर्द को साझा नहीं कर पातीं, और परिणामस्वरूप ऐसे आत्मघाती कदम उठा लेती हैं।
पुलिस और प्रशासन की अपील: तनाव में न लें ऐसा कदम
पुलिस प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि किसी भी स्थिति में आत्मघाती कदम उठाने से बचें। संवाद और समाधान हर समस्या का हल है। प्रशासन ने वंदना की तलाश जारी रखने का आश्वासन दिया है और घटना की जांच में जुट गया है।


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