मुरादाबाद में ऊर्जा मंत्री के कार्यक्रम के दौरान बिजली गुल, मंत्री ने जताई नाराजगी, पांच अफसर सस्पेंड, महकमे में हड़कंप।
बिजली मंत्री के कार्यक्रम में बिजली गई, मंच पर अंधेरा छाया
10 मिनट तक अंधेरे में फंसे रहे मंत्री और अतिथि
विद्युत आपूर्ति ठप होने के बाद अधिकारियों ने तुरंत बिजली बहाल करने की कोशिश शुरू की। मगर सप्लाई फिर से शुरू होने में करीब 10 मिनट का समय लग गया। इस दौरान मंत्री अरविंद कुमार शर्मा visibly नाराज नजर आए। उन्होंने मौके पर ही अधिकारियों को फटकार लगाई।
जनप्रतिनिधियों की शिकायतें हुईं सही साबित
इस घटना ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों की उन शिकायतों पर भी मुहर लगा दी, जो पहले से बिजली विभाग के रवैये को लेकर कर रहे थे। जनप्रतिनिधियों का कहना था कि विद्युत विभाग के अधिकारी न फोन उठाते हैं, न समस्या सुलझाते हैं। कार्यक्रम के दौरान बिजली गुल होना इसी लापरवाही का नतीजा है।
ऊर्जा मंत्री ने सीधे दिए कार्रवाई के आदेश
घटना के तुरंत बाद ऊर्जा मंत्री ने पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (PVVNL) के मैनेजिंग डायरेक्टर को फोन कर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। मंत्री ने कहा कि ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, खासतौर पर मंत्री स्तर के कार्यक्रमों में तो बिल्कुल नहीं।
पांच अधिकारी सस्पेंड, विभाग में हड़कंप
ऊर्जा मंत्री के निर्देश के बाद विभाग ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की। सबसे पहले क्षेत्र के जूनियर इंजीनियर ललित कुमार को सस्पेंड किया गया। इसके बाद अधिशासी अभियंता प्रिंस गौतम, SDO राणा प्रताप, अधीक्षण अभियंता सुनील अग्रवाल और मंडल चीफ इंजीनियर अशोक सिंघल को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
मेरठ से जारी हुआ निलंबन आदेश
सभी अधिकारियों का निलंबन आदेश मेरठ से जारी किया गया। इस कार्रवाई के बाद विद्युत विभाग में हड़कंप मच गया है। अधिकारियों और कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि भविष्य में इस तरह की लापरवाही दोबारा न हो।
अब किसी भी स्तर की चूक पर सीधे कार्रवाई
ऊर्जा मंत्री ने सख्त संदेश देते हुए कहा कि अब विभाग में किसी भी स्तर पर लापरवाही पाए जाने पर सीधे कार्रवाई की जाएगी। मंत्री ने कहा कि मंत्री स्तर के कार्यक्रमों में तकनीकी चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी।


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