BJP नेता सुरेंद्र केवट की सरेआम गोली मारकर हत्या, 4 गोलियों से छलनी कर भागे शूटर; रंजिश या सियासी साजिश?



पटना में BJP नेता सुरेंद्र केवट की 4 गोलियों से हत्या, बाइक सवार बदमाशों ने की वारदात, पुलिस रंजिश और सियासी दुश्मनी की जांच में जुटी


पटना में फिर गूंजीं गोलियां, BJP नेता सुरेंद्र केवट की हत्या से सनसनी

बिहार की राजधानी पटना एक बार फिर गोलीकांड से दहल गई है। पुनपुन प्रखंड के पीपरा थाना क्षेत्र में शनिवार देर रात दो अज्ञात बदमाशों ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता सुरेंद्र केवट की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी। बदमाशों ने सुरेंद्र केवट पर ताबड़तोड़ चार गोलियां दागीं और मौके से फरार हो गए। गोली लगते ही घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई। परिजन आनन-फानन में सुरेंद्र केवट को पटना एम्स लेकर पहुंचे, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

खेत पटवन कर रहे थे सुरेंद्र केवट, तभी अपराधियों ने मारी गोली

घटना पीपरा थाना क्षेत्र के शेखपुरा गांव की है। जानकारी के मुताबिक सुरेंद्र केवट अपने खेत में पटवन कर रहे थे। इसी दौरान बाइक सवार दो अज्ञात हमलावर खेत में पहुंचे और बिना कुछ कहे उन पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी। अपराधियों ने सुरेंद्र केवट को बेहद नजदीक से चार गोलियां मारीं। गोलियों की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े, लेकिन हमलावर भाग निकले। गंभीर हालत में सुरेंद्र केवट को पटना एम्स ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें बचा नहीं सके।

किसान नेता और ग्रामीण पशु चिकित्सक थे सुरेंद्र केवट

सुरेंद्र केवट भारतीय जनता पार्टी के पुनपुन प्रखंड के किसान मोर्चा के अध्यक्ष रह चुके थे। साथ ही वह पेशे से ग्रामीण पशु चिकित्सक भी थे और खेती-बाड़ी का कार्य करते थे। उनके क्षेत्र में अच्छी पकड़ मानी जाती थी। ग्रामीणों के अनुसार वह अक्सर सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहते थे। यही वजह है कि उनकी हत्या के पीछे सियासी रंजिश या पुरानी दुश्मनी की भी आशंका जताई जा रही है।

पुलिस ने दर्ज किया हत्या का केस, FSL टीम ने जुटाए सबूत

घटना की सूचना मिलते ही पीपरा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। परिजनों के बयान के आधार पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं, घटनास्थल पर FSL (Forensic Science Laboratory) की टीम भी बुलाई गई। टीम ने मौके से सबूत जुटाए हैं। पुलिस का कहना है कि वारदात में प्रयुक्त हथियारों के सुराग और हमलावरों की पहचान के लिए CCTV फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।

पटना में BJP नेताओं पर हमले की दूसरी बड़ी वारदात

यह वारदात पटना में बीजेपी नेताओं पर हमले की दूसरी बड़ी घटना है। इससे पहले गोपाल खेमका की हत्या ने भी सनसनी मचाई थी। सुरेंद्र केवट की हत्या के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों और भाजपा कार्यकर्ताओं में गुस्सा है। कई स्थानीय नेता मौके पर पहुंचे और प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की।

सियासी दुश्मनी या जमीन विवाद? कई एंगल से जांच कर रही पुलिस

पुलिस फिलहाल हत्या के पीछे की वजह तलाश रही है। प्रारंभिक जांच में पुरानी रंजिश, जमीन विवाद या राजनीतिक दुश्मनी की आशंका जताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार सुरेंद्र केवट की क्षेत्र में लोकप्रियता और बढ़ती राजनीतिक सक्रियता से कुछ लोग नाराज थे। पुलिस इन तमाम एंगल्स से जांच कर रही है।

पुनपुन में बढ़ती अपराध की वारदातें, पुलिस की सुस्ती पर सवाल

पुनपुन और आसपास के इलाकों में लगातार हो रही आपराधिक घटनाओं ने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। सुरेंद्र केवट की हत्या से पहले भी यहां लूट और हत्या की कई वारदातें हो चुकी हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस गश्त नहीं करती और अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं।

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