Honeytrap Gang in Moradabad: दो लड़कियां बुजुर्गों को बुलातीं अकेले में, फिर गैंग करता था ब्लैकमेल और लाखों की वसूली


Moradabad में हनीट्रैप गैंग का पर्दाफाश, दो महिलाओं समेत चार गिरफ्तार, बुजुर्ग से 10 लाख की मांग, अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल


बुजुर्गों को फंसाकर करती थीं ब्लैकमेल, फिर मांगती थीं मोटी रकम

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में एक चौंकाने वाला हनीट्रैप मामला सामने आया है, जहां दो महिलाओं और उनके साथियों ने मिलकर बुजुर्ग रिटायर्ड व्यक्ति को अपने जाल में फंसाया और 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी। सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क बनाने के बाद, गैंग की एक महिला सदस्य ने बुजुर्ग को अकेले में मिलने के लिए बुलाया। फिर अश्लील वीडियो बनाकर केस में फंसाने की धमकी दी गई और मोटी रकम की मांग की गई।

सोशल मीडिया बना जाल, महिला बनती थीं महक और रानी

गिरफ्तार की गई महिलाओं में 35 वर्षीय महक और 28 वर्षीय रानी शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, ये दोनों महिलाओं ने सोशल मीडिया पर फर्जी पहचान बनाकर रिटायर्ड और अकेले रहने वाले बुजुर्ग पुरुषों को निशाना बनाया। प्यार भरी बातचीत से विश्वास जीतने के बाद उन्हें अकेले में बुलाया जाता और गुपचुप तरीके से उनके साथियों द्वारा ब्लैकमेलिंग का खेल शुरू हो जाता।

वीडियो बना कर मांगी 10 लाख की रंगदारी, बुजुर्ग ने ऐसे बचाई जान

रिटायर्ड कर्मचारी, जो कि ठाकुरद्वारा का रहने वाला है, उसे महक नाम की महिला ने कॉल कर सिविल लाइंस के एक फ्लैट में बुलाया। वहां पहले से महक के तीन साथी—राहुल शर्मा, राधेश्याम और रानी—छिपे हुए थे। जैसे ही महिला ने बुजुर्ग के साथ वीडियो बनाया, तीनों कमरे में घुस आए और 10 लाख रुपये की डिमांड करने लगे। बुजुर्ग ने डर के मारे मौके पर ही 50 हजार रुपये दे दिए लेकिन शेष रकम लाने का बहाना बनाकर उन्हें अपनी कार में बैठा लिया।

कार में बैठाकर निकले, रास्ते में पुलिस देख बुजुर्ग ने मचाया शोर

जब कार सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में पहुंची, तब बुजुर्ग ने पुलिस को देखकर जोर-जोर से शोर मचाया। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए कार में बैठे चारों आरोपियों को धर दबोचा। पूछताछ में सामने आया कि गैंग के दो अन्य सदस्य सोनू शर्मा और अमन भी पीछा कर रहे थे, लेकिन पुलिस को देखकर भाग निकले।

पुराने केस से भी जुड़े हैं तार, गंभीर आपराधिक रिकॉर्ड

गिरफ्तार राहुल शर्मा पर गैंगस्टर और आर्म्स एक्ट समेत आठ आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि राधेश्याम पर सात केस हैं। महिला आरोपी महक पहले ही अपने पिता की हत्या के मामले में जेल जा चुकी है। ये सभी आरोपी पहले भी कई बुजुर्गों को झूठे दुष्कर्म के केस में फंसाने की धमकी देकर लाखों रुपये की वसूली कर चुके हैं।

पुलिस जांच में खुला पूरा जाल, कई बुजुर्ग बन चुके हैं शिकार

पुलिस के मुताबिक, ये गैंग लम्बे समय से बुजुर्ग और अकेले रह रहे पुरुषों को टारगेट कर रहा था। रिटायर्ड कर्मचारी, सामाजिक रूप से कमजोर और भावनात्मक रूप से असहाय लोगों को सोशल मीडिया के ज़रिए फंसाया जाता था। पहले प्यार भरी बातचीत होती, फिर अश्लील वीडियो बनाए जाते और अंत में केस में फंसाने की धमकी देकर लाखों रुपये ऐंठे जाते।

आरोपी महिलाएं किराए के फ्लैट में चलाती थीं रैकेट

महक मूल रूप से नागफनी थाना क्षेत्र के दीवान का बाजार की रहने वाली है और वर्तमान में सिविल लाइंस क्षेत्र के दीनदयाल नगर में किराये पर रहती थी। रानी गुलाबरा का बाग, नागफनी थाना क्षेत्र की निवासी है। दोनों महिलाएं अलग-अलग नाम और स्टाइल से बुजुर्गों को फांसती थीं।

पुलिस ने दर्ज किया केस, फरार आरोपियों की तलाश जारी

पुलिस ने चारों गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। बुथाना प्रभारी मनीष सक्सेना ने जानकारी दी कि फरार आरोपी सोनू और अमन की तलाश जारी है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा।

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