अयोध्या में बहू ने कैंसर पीड़ित सास को सड़क पर फेंका, रातभर तड़पने के बाद बुजुर्ग महिला की अस्पताल में मौत। तीन गिरफ्तार।
गोद लिया बेटा बना शराबी, बहू ने निभाया मौत का सौदा
उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। एक 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला को उसकी अपनी बहू और दो अन्य लोगों ने रात के अंधेरे में सड़क किनारे फेंक दिया। महिला गंभीर रूप से बीमार थी और कैंसर से पीड़ित थी। रातभर दर्द से कराहती रही, लेकिन किसी ने उसकी सुध नहीं ली। अगले दिन जब राहगीरों और दुकानदारों ने महिला को तड़पते देखा, तब जाकर पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस महिला को अस्पताल ले गई लेकिन 9 घंटे बाद उसकी मौत हो गई।
ई-रिक्शा से लाए, CCTV में कैद हुई बेरहमी
यह हृदयविदारक घटना अयोध्या के दर्शन नगर मेडिकल कॉलेज के पास हुई। 23 जुलाई की रात को एक ई-रिक्शा में तीन लोग — दो महिलाएं और एक युवक — एक बुजुर्ग महिला को लाकर सड़क किनारे छोड़कर भाग जाते हैं। पूरी घटना पास की दुकान में लगे CCTV कैमरे में रिकॉर्ड हो गई। सुबह दुकानदार ने जब दुकान खोली, तो फुटपाथ पर बेसुध पड़ी महिला को देख पुलिस को जानकारी दी।
चादर ओढ़ाई, चेहरे को देखा और छोड़कर चली गई बहू
CCTV फुटेज में यह साफ दिखा कि बहू जया सिंह बुजुर्ग सास को ई-रिक्शा से उतारती है, चादर से ढकती है, कुछ पल उसके चेहरे को निहारती है और फिर अन्य दो लोगों के साथ वहां से चली जाती है। यह सब रात करीब 11 बजे हुआ। रातभर महिला वहीं पड़ी रही और तड़पती रही, किसी ने उसे पानी तक नहीं दिया।
महिला को अस्पताल पहुंचाया, 9 घंटे में मौत
अगली सुबह सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और महिला को दर्शन नगर अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने महिला को तुरंत भर्ती किया, लेकिन ज्यादा देर हो चुकी थी। अस्पताल में लगभग 9 घंटे तक भर्ती रहने के बाद बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। पुलिस ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच शुरू की।
पुलिस ने तीनों आरोपियों को दबोचा, बहू ने कबूला जुर्म
पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे CCTV कैमरों की फुटेज को खंगाला और पहचान की प्रक्रिया शुरू की। इसमें बहू जया सिंह, पड़ोस की एक अन्य महिला और एक युवक की पहचान हुई। पुलिस ने तीनों को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में बहू ने कबूल किया कि उसका पति राजू सिंह नशे का आदी है और घर का खर्चा तक नहीं उठाता। राजू को भगवती देवी (मृत बुजुर्ग महिला) और उनके पति बृजलाल ने गोद लिया था।
"इलाज नहीं करा पा रही थी, इसलिए फेंक दिया" – बहू की सफाई
पुलिस पूछताछ में जया सिंह ने कहा कि उसकी सास पिछले 3-4 महीनों से कैंसर से पीड़ित थीं। घर में कोई आय का जरिया नहीं था। पति बेरोजगार और शराबी था। बहू का दावा है कि वह खुद ही काम करती थी लेकिन सास के इलाज का खर्च नहीं उठा पा रही थी। इसलिए उसने पड़ोसियों की मदद से उन्हें सड़क किनारे छोड़ दिया, उम्मीद थी कोई उनकी मदद कर देगा।
शव पर थे गंभीर घाव, कैंसर के लक्षण या कुछ और?
पुलिस का कहना है कि महिला के गले में गंभीर चोटें थीं जो प्रथम दृष्टया कैंसर के कारण हो सकती हैं, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट होगा कि महिला की मौत किन परिस्थितियों में हुई। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और तीनों आरोपियों को जेल भेजने की प्रक्रिया जारी है।
मृतक महिला की पहचान और पारिवारिक पृष्ठभूमि
मृतक महिला की पहचान भगवती देवी के रूप में हुई है जो मूल रूप से गोंडा जिले की रहने वाली थीं। उनके पति बृजलाल की पहले ही मौत हो चुकी है। राजू सिंह नामक युवक को उन्होंने गोद लिया था। राजू की पत्नी जया अब इस पूरे मामले की मुख्य आरोपी है। जया के मुताबिक पति का कोई योगदान न होने के कारण वह मानसिक रूप से परेशान थी और इस वजह से यह कदम उठाया।
पड़ोसियों की भूमिका भी संदिग्ध
पुलिस ने बताया कि जिस महिला और युवक ने बहू जया के साथ मिलकर बुजुर्ग को फेंका, उनकी भूमिका की भी जांच की जा रही है। क्या यह घटना सिर्फ आर्थिक परेशानी का परिणाम थी या इसके पीछे और भी कोई वजह थी, पुलिस इन पहलुओं की भी जांच कर रही है।


0 टिप्पणियाँ
आपका विचार हमारे लिए महत्वपूर्ण है, कृपया अपनी राय नीचे लिखें।