‘जो दर्द आपको था, वही हमें भी है’: शुभम के घर पहुंचे राहुल गांधी, बोले- शहीद का दर्जा दिलवाऊंगा!


राहुल गांधी ने कानपुर में शहीद शुभम द्विवेदी के परिवार से मुलाकात की, शहीद का दर्जा दिलवाने का वादा किया, भावुक हुआ परिवार।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी जब कानपुर में पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए शुभम द्विवेदी के घर पहुंचे, तो माहौल ग़मगीन हो गया। शुभम के पिता ने कहा, "आपसे ज्यादा हमारे दर्द को कौन समझेगा? आपने देश के लिए अपनी दादी और पिता को खोया है।" इस पर राहुल गांधी की आंखें भी नम हो गईं।

"देश की प्रतिभाओं का खून बहा है" – पिता की चीत्कार ने रुला दिया सबको
शुभम द्विवेदी के पिता ने कहा, "मेरा बेटा तो चला गया, लेकिन अब किसी और का बेटा न जाए। मेरी बहू बगल में थी, उसका पूरा शरीर खून से भीग चुका था।" उन्होंने कहा, "आतंकवादी हिंदू पहचान पूछकर मार रहे हैं। शुभम को ही सबसे पहले गोली मारी गई थी।"

"हम शहीद का दर्जा इसलिए चाहते हैं, ताकि आतंकियों को संदेश मिले"
शुभम की पत्नी ने कहा, "हम सिर्फ आर्थिक मदद नहीं चाहते, हम चाहते हैं कि सरकार उसे शहीद माने। ये आतंकवादियों के लिए संदेश होगा – तुम मारोगे, हम अमर बनाएंगे।"

"40 मिनट तक चली गोलीबारी, शुभम ने लोगों को बचाया"
परिवार ने बताया कि गोलीबारी की यह दिल दहला देने वाली घटना करीब 40-45 मिनट तक चली। आतंकवादी सामान्य कपड़ों में थे और उन्होंने धर्म पूछकर निशाना बनाया। शुभम ने बहादुरी दिखाते हुए कई लोगों की जान बचाई।

"मैं प्रधानमंत्री को पत्र लिखूंगा" – राहुल गांधी ने दिया वादा
राहुल गांधी ने परिवार को आश्वस्त किया, "मैं खुद प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखूंगा और मांग करूंगा कि शुभम को शहीद का दर्जा दिया जाए। हम आपके साथ हैं।" उन्होंने तुरंत प्रियंका गांधी से भी वीडियो कॉल कराकर बात कराई।

"संवेदनशीलता दिखाएं, इंसाफ मिले" – राहुल का एक्स पर ट्वीट
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए शुभम द्विवेदी के परिजनों से मुलाकात की। हम उनके साथ हैं। आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और पीड़ित परिवारों को न्याय मिलना चाहिए।"

"संयुक्त विपक्ष की सख्त मांग – बुलाओ संसद का विशेष सत्र!"
राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष इस मामले में पूरी तरह एकजुट है और सरकार को समर्थन देगा। उन्होंने संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की ताकि इस हमले पर ठोस जवाब मिल सके और राष्ट्रीय सुरक्षा पर चर्चा हो।

"सिर्फ शोक नहीं, न्याय चाहिए" – शुभम के परिवार की अंतिम पुकार
शुभम के परिवार का कहना है कि अब सिर्फ सांत्वना नहीं, ठोस कार्रवाई चाहिए। आतंकियों के नेटवर्क को जड़ से खत्म किया जाए, ताकि किसी और का बेटा शुभम न बने।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ