पहलगाम हमले पर बोले देवकीनंदन महाराज- अब बोली नहीं गोली चले, धर्म पूछकर हिंदुओं को मारा गया, पाकिस्तान को जवाब दो।
पहलगाम हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में दो दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से अधिकतर हिंदू श्रद्धालु बताए जा रहे हैं। अब इस बर्बर हमले पर धार्मिक जगत की सबसे बड़ी आवाजों में से एक, अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक ठाकुर देवकीनंदन महाराज ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है।
धर्म पूछ-पूछकर मारी गईं गोलियां, बोले महाराज— ‘ये साधारण आतंकी हमला नहीं’
देवकीनंदन महाराज ने अपने बयान में कहा कि यह हमला महज़ आतंकी हमला नहीं, बल्कि सनातन धर्म को खत्म करने की साजिश का हिस्सा है। उन्होंने कहा, "मुझे बताया गया कि हमलावरों ने लोगों से पहले उनका धर्म पूछा और जब उन्होंने कहा कि वो हिंदू हैं, तभी गोलियां मारी गईं। ये साफ दिखाता है कि यह हमला किसी मजहबी कट्टरता से प्रेरित था।"
‘अब बोली नहीं, गोली से होगा जवाब’— हिंदुओं को लेकर फूटा गुस्सा
गुस्से में नजर आते हुए महाराज बोले, "कब तक हिंदू मारे जाएंगे? कब तक हमारी बहनें, माताएं और भाई बलिदान देंगे? अब वक्त है कि गोली की भाषा को गोली से जवाब दिया जाए। अगर सरकार अब भी चुप रही तो फिर ये बलिदान व्यर्थ हो जाएंगे।"
कसाब के ‘कलावे’ से तुलना— ‘फिर क्यों नहीं बोला कोई अब?’
उन्होंने आगे कहा, "जब कसाब के हाथ में कलावा मिला था तो उसे ‘हिंदू आतंकी’ कहकर बदनाम करने की कोशिश की गई। अब जब पहलगाम में खुलेआम धर्म पूछकर हिंदुओं को मारा गया, तब सेक्युलरिज्म की दुहाई देने वाले कहां हैं?"
पाकिस्तान पर खुली चेतावनी— ‘अब निशान मिटाओ’
देवकीनंदन महाराज ने कहा, “अब समय आ गया है कि पाकिस्तान को सबक सिखाया जाए। अगर अभी जवाब नहीं दिया गया तो यह हमला आखिरी नहीं होगा। पाकिस्तान को अब वैश्विक नक्शे से हटाना ही एकमात्र उपाय है।”
‘हिंदुओं का सब्र अब टूट रहा है’
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के अनुयायी सहनशील जरूर हैं लेकिन कमजोर नहीं। अब बहुत हो चुका, अब हर हिंदू को एकजुट होना होगा। यह समय सिर्फ शोक का नहीं, संगठित होकर प्रतिक्रिया देने का है।
‘विपक्ष भी सवालों के घेरे में’
देवकीनंदन महाराज ने विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि “जो लोग हर बार मानवाधिकार की बात करते हैं, वह आज चुप क्यों हैं? क्या हिंदुओं के कोई अधिकार नहीं हैं?”
‘राजनीति नहीं, धर्म रक्षा का वक्त है’
"ये समय किसी राजनीतिक एजेंडे का नहीं, बल्कि धर्म रक्षा का है। सरकार को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए और ऐसे दुश्मनों को सबक सिखाना चाहिए जो भारत की आत्मा पर वार कर रहे हैं।"
देशभर से साधु-संतों की उठ रही एक ही आवाज
इस हमले के बाद न केवल देवकीनंदन महाराज बल्कि देशभर के कई प्रमुख संत-महात्मा, पीठाधीश्वर और कथावाचक भी आक्रोश में हैं। उन्होंने कहा कि यदि सरकार अब भी चुप रही तो देश का आम जनमानस सरकार से ही सवाल करेगा।
‘देश के लिए आखिरी अलार्म है ये हमला’— महाराज का सख्त संदेश
“ये हमला एक चेतावनी है। अगर अब नहीं जागे तो कल हम सब निशाने पर होंगे। ये अब धर्म की नहीं, अस्तित्व की लड़ाई है।”
सरकार के पास अब विकल्प नहीं, एक्शन ही एक रास्ता— महाराज
अपने संदेश के अंत में ठाकुर देवकीनंदन महाराज ने कहा कि “अब सरकार को निर्णय लेना होगा। बोलने का समय गया, अब करने का समय है। एक-एक हिंदू की जान की कीमत है। अगर पाकिस्तान ने यह किया है, तो उसे उसके अंजाम तक पहुंचाना ही हमारा धर्म है।”
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