स्विट्जरलैंड की टीम की देखरेख में वाराणसी में आज से रोपवे पुलिंग का काम शुरू, शहर के यातायात और पर्यटन को मिलेगा बड़ा बढ़ावा।
वाराणसी में रोपवे परियोजना का ऐतिहासिक कदम
वाराणसी शहर की बहुप्रतीक्षित रोपवे परियोजना ने आज एक बड़ा कदम उठाया है। रोपवे पुलिंग का कार्य आज से शुरू हो रहा है, जो शहर के यातायात को सुगम बनाने और पर्यटन को नया आयाम देने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है। खास बात यह है कि इस परियोजना के लिए स्विट्जरलैंड से आई विशेषज्ञ टीम तकनीकी सहयोग प्रदान कर रही है।
रोपवे पुलिंग कार्य में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल
कैंट रेलवे स्टेशन से गिरजाघर तक रोपवे के टावर पहले ही तैयार हो चुके हैं। अब रोपवे पुलिंग के तहत फाइबर रोप को खींचने का कार्य शुरू होगा। इस प्रक्रिया में चरणबद्ध तरीके से 1 मिमी से 52 मिमी मोटाई की रस्सियों का उपयोग किया जाएगा। शुरुआत में ड्रोन की मदद से पतली फाइबर रस्सी खींची जाएगी। इसके बाद, मोटी रस्सियों का पुलिंग कार्य किया जाएगा, जिसे पूरा होने में लगभग तीन सप्ताह लग सकते हैं।
सुरक्षा और परीक्षण में कोई समझौता नहीं
पुलिंग कार्य पूरा होने के बाद रस्सियों की मजबूती और कार्यक्षमता जांचने के लिए शुरुआती ट्रायल छोटे ड्रोन की मदद से किया जाएगा। इस परीक्षण के सफल होने पर गंडोला यानी यात्री केबिन के जरिए भार परीक्षण किया जाएगा। प्रत्येक गंडोला में दस व्यक्तियों के बराबर वजन रखकर इसे जांचा जाएगा, ताकि यात्रियों को पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
रोपवे परियोजना को बिजली कनेक्शन की चुनौती
रोपवे को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए अलग बिजली उपकेंद्र की आवश्यकता है। हालांकि, बिजली विभाग ने अभी तक इस संबंध में अंतिम निर्णय नहीं लिया है। वैकल्पिक व्यवस्थाओं पर विचार किया जा रहा है, लेकिन समय पर बिजली कनेक्शन न मिलने से परियोजना की समयसीमा पर असर पड़ सकता है।
शहर को मिलेगा यातायात और पर्यटन का तोहफा
रोपवे परियोजना का उद्देश्य वाराणसी के बढ़ते यातायात दबाव को कम करना है। यह परियोजना स्थानीय निवासियों के साथ-साथ पर्यटकों के लिए भी लाभकारी साबित होगी। गंगा के किनारे स्थित यह ऐतिहासिक शहर पहले से ही अपनी संस्कृति और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। रोपवे के शुरू होने से यहां आने वाले पर्यटकों का अनुभव और भी बेहतर हो जाएगा।
स्विट्जरलैंड टीम की भूमिका और प्रौद्योगिकी का महत्व
स्विट्जरलैंड की विशेषज्ञ टीम ने स्पष्ट किया है कि रोपवे पुलिंग का काम दिन की रोशनी में ही किया जाएगा। रात में कार्य करने के लिए पर्याप्त हाईमास्ट लाइट की अनुपलब्धता एक बड़ी चुनौती है। इसके बावजूद, टीम यह सुनिश्चित कर रही है कि काम गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों के साथ पूरा हो।
पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों के लिए वरदान
इस परियोजना से वाराणसी की सड़कों पर यातायात का दबाव कम होगा और शहर में तेजी से बढ़ते पर्यटन को नई ऊंचाइयां मिलेंगी। यह परियोजना न केवल तकनीकी प्रगति का प्रतीक है, बल्कि वाराणसी के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व को भी उजागर करती है।
जल्द होगा उद्घाटन, शहरवासियों को मिलेगा तोहफा
रोपवे परियोजना के अगले चरणों में तेजी लाने के लिए प्रशासनिक और तकनीकी स्तर पर प्रयास जारी हैं। इस परियोजना का उद्घाटन जल्द ही होने की उम्मीद है, जिससे शहरवासियों को एक और बड़ा तोहफा मिलेगा।
वाराणसी में रोपवे परियोजना न केवल यातायात की समस्या का समाधान करेगी, बल्कि इसे विश्वस्तरीय पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित करने में भी मददगार साबित होगी। स्विट्जरलैंड की तकनीकी विशेषज्ञता और स्थानीय प्रशासन के प्रयासों से यह परियोजना वाराणसी के विकास की कहानी में एक और स्वर्णिम अध्याय जोड़ने को तैयार है।
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