पीएम मोदी की तीसरी बार जीत, लेकिन वाराणसी में अंतर घटा




लगातार तीसरी बार पीएम बनने के बावजूद भाजपा का प्रदर्शन हुआ कमजोर, वाराणसी में जीत का अंतर केवल 13.49%

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव में बहुमत से कम प्रदर्शन किया, लेकिन एनडीए पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने की तैयारी में है। पीएम मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं, जिससे वे पंडित जवाहरलाल नेहरू की बराबरी कर लेंगे, जो लगातार तीन बार (1952, 1957, 1962) प्रधानमंत्री बने थे।

भाजपा का प्रदर्शन और गठबंधन की राजनीति

10 साल सरकार में रहने के बाद भी भाजपा का प्रदर्शन खराब नहीं कहा जा सकता, क्योंकि देश में 1990 के दशक से गठबंधन की राजनीति चल रही है। हालांकि, 2024 में भाजपा 240 सीटों पर सिमट गई है, जो पिछले चुनावों के मुकाबले कम है।

वाराणसी में जीत का अंतर घटा

पीएम मोदी को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी झटका लगा है। इस बार उनकी जीत का मार्जिन 2019 के मुकाबले काफी कम हो गया है। पीएम मोदी वाराणसी से केवल 152,513 मतों के अंतर से जीते हैं, जो प्रतिशत में मात्र 13.49% है। इस जीत के अंतर के हिसाब से पीएम मोदी सीटिंग प्रधानमंत्रियों में सबसे निचले पायदान पर आ गए हैं।

ऐतिहासिक जीत के आंकड़े

1984 में राजीव गांधी की जीत सबसे बड़ी थी, जब जीत का अंतर 72.18% था। 1989 में यह अंतर घटकर 50.22% रह गया। 2019 में पीएम मोदी की जीत का अंतर 45.22% था। इसके बाद 1971 में इंदिरा गांधी की जीत का अंतर 40.47%, 2004 में अटल बिहारी वाजपेयी का 37.74%, और 1967 में इंदिरा गांधी का 35.24% था। 1957 में नेहरू का 21.88% और 1952 में 19.49% था।

विशेष अपवाद

1977 में इमरजेंसी के बाद इंदिरा गांधी हार गई थीं। 1991 में चंद्रशेखर का जीत का अंतर केवल 12.78% था, जो पीएम मोदी के मौजूदा जीत के अंतर से कम था। हालांकि, चंद्रशेखर उस समय कार्यवाहक पीएम थे।

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