लोकसभा चुनाव एग्जिट पोल 2024: अखिलेश यादव ने भाजपा पर लगाया मीडिया साजिश का आरोप, बोले- 'जनमत को धोखा दे रहा है एग्जिट पोल'




नई दिल्ली: सात चरणों में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव के बाद शनिवार को एग्जिट पोल के आंकड़े जारी किए गए, जिनमें इंडी गठबंधन को हार का सामना करना पड़ता दिख रहा है। एग्जिट पोल के इन आंकड़ों पर तमाम राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, खासकर इंडी गठबंधन के नेताओं की। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एग्जिट पोल को सिरे से खारिज करते हुए इसे 'भाजपाई साजिश' करार दिया है।

अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, "एक्ज़िट पोल की क्रोनोलॉजी समझिए। विपक्ष ने पहले ही घोषणा की थी कि भाजपाई मीडिया भाजपा को 300 पार दिखाएगा, जिससे घपले की गुंजाइश बन सके। आज का ये भाजपाई एग्जिट पोल कई महीने पहले ही तैयार कर लिया गया था बस चैनलों ने चलाया आज है। इस एग्जिट पोल के माध्यम से जनमत को धोखा दिया जा रहा है। भाजपाई सोमवार को खुलने वाले शेयर बाजार से जाते-जाते लाभ उठाना चाहते हैं।"

उन्होंने आगे लिखा, "अगर ये एग्जिट पोल झूठे न होते और सच में भाजपा हार न रही होती तो भाजपा वाले अपनों पर ही इल्जाम न लगाते। भाजपाइयों के मुरझाए चेहरे सारी सच्चाई बयान कर रहे हैं। भाजपाई ये समझ रहे हैं कि पूरे देश का परिणाम चंडीगढ़ के मेयर के चुनाव की तरह बदला नहीं जा सकता है, क्योंकि इस बार विपक्ष पूरी तरह से सजग है और जनाक्रोश भी चरम पर है।"

अखिलेश यादव ने इंडिया गठबंधन के कार्यकर्ताओं को सतर्क रहते हुए मतगणना की निगरानी करने का भी संदेश दिया। उन्होंने कहा, "इंडिया गठबंधन के सभी कार्यकर्ता, पदाधिकारी और प्रत्याशी ईवीएम की निगरानी में एक प्रतिशत भी चूक न करें। इंडिया गठबंधन जीत रहा है। इसीलिए चौकन्ने रहकर मतगणना कराएं और जीत का प्रमाणपत्र लेकर ही विजय का उत्सव मनाएं।"

एक अन्य पोस्ट में अखिलेश यादव ने लिखा, "Exit Poll का आधार EVM नहीं DM है। प्रशासन याद रखे जनशक्ति से बड़ा बल और कोई नहीं होता।"

अखिलेश यादव के इन आरोपों ने राजनीतिक माहौल को और गर्मा दिया है। अब सभी की नजरें आगामी मतगणना और वास्तविक परिणामों पर टिकी हैं, जो तय करेंगे कि किसके दावे सच साबित होते हैं।

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