विद्युत अनापूर्ति, दुर्व्यवस्था से मचा हाहाकार, ग्रामीण क्षेत्रों में 24 घंटे में मात्र 4 से 6 घंटे मिल रही बिजली, अधिकारियों ने हाथ खड़े किये



एक ही ट्रान्सफार्मर से दो फीडरों की हो रही आपूर्ति

विद्युत विभाग के अधिकारी खड़े किये हाथ,उपभोक्ताओं में आक्रोश

रिपोर्ट: इंद्रेश तिवारी
मछलीशहर(जौनपुर).....विद्युत अनापूर्ति व दुर्व्यवस्था से तहसील क्षेत्र में हाहाकार मचा है।ग्रामीण क्षेत्रों मधुपुर,मुस्तफाबाद फीडर पर 24 घंटे में मात्र 4 से 6 घंटे तीन दिनों से बिजली मिल रही है।एक ही ट्रान्सफार्मर से बारी बारी से दोनों फीडरों पर आपूर्ति की जा रही है।कमोवेश यही स्थिति सभी फीडरों की है।वहीं विद्दुत विभाग के अधिकारी हाथ खड़े कर दिये हैं।जिसके कारण उपभोक्ताओं में आक्रोश व्याप्त है। 

बताया जाता है रविवार से तहसील क्षेत्र में भीषण विद्दुत संकट पैदा हो गया है।अमूमन सभी फीडरों की विद्युत आपूर्ति अव्यवस्थित है, लेकिन मधुपुर,मुस्तफाबाद फीडर की स्थिति बदतर हैं।मधुपुर फीडर पर 350 से अधिक किसान धान की नर्सरी डालने व रोपाई के लिये विद्दुत चालित नलकूप पर ही निर्भर हैं।एस डी ओ अमर सिंह पटेल ने बताया कि वैसे तो गर्मी के सीजन में खपत के अनुपात में आपूर्ति काफी कम मिल रही है।यह समस्या मानसून आने तक रहेगी।इसके साथ ही ओवर लोड व ट्रिपिंग भी मुख्य समस्या है।जिसका कारण यह है कि एक ही कम लोड के ट्रान्सफार्मर से दो फीडर मधुपुर व मुस्तफाबाद को बारी बारी विद्दुत आपूर्ति हो रही है।उन्होनें बताया कि ट्रान्सफार्मर की क्षमता बढ़ाने के लिये मछलीशहर विद्दुत उपकेन्द्र से 8 से 10 एम बी ए के ट्रान्सफार्मर के लिये एक वर्ष पूर्व में ही प्रस्ताव एम डी विद्युत वाराणसी के पास भेजा गया है लेकिन आज तक इस पर अमल न होने से ओवर लोडिंग की समस्या बरकार है।जिसके कारण एक ही ट्रान्सफार्मर से बारी बारी मधुपुर,मुस्तफाबाद फीडर को विद्युत आपूर्ति की जा रही है।जिसके कारण किसी फीडर को अनवरत एक से दो घंटे व कुल मिलाकर 24 घंटे में मात्र 4 से 6 घंटे ही आपूर्ति मिल रही है।किसानों के धान की नर्सरी,सब्जी व अन्य फसलें सूख रही हैं।वहीं उपभोक्ता भीषण गर्मी में परेशान हैं।जबकि प्रदेश सरकार लाख घोषणाओं के बाद भी विद्दुत आपूर्ति  सुधारने व संसाधन मुहैया कराने में असफल है।वहीं जनप्रतिनिधि भी चुप्पी साधे हैं,जबकि उपभोक्ताओं में त्राहि माम मची हुई है।

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